मख़मल

मख़मल

कोन कहता है मज़ा सिर्फ मखमल से ,
लिपट कर आता है |
तू जब गले से लिपट जाये ,
तो मख़मल भी फीका पड़ जाता है |

Happy Hug Day

लिपट कर

लिपट कर

लिपट कर बदन कई तिरंगे में आज भी आते हैं,
यूँ ही नहीं दोस्तों हम ये पर्व मनाते हैं ।